मनुष्य के ज्ञान को कैसे समझे?
मनुष्य के ज्ञान में अक्सर कहा जाता है। इंसान को नहीं उनके ज्ञान को समझना चाहिए। हम तो कहते है की ज्ञान के माध्यम से इंसान को समझिये। उसके मन में क्या है। क्या ख़ासियत है की वो सब मे महान है। उसके अंदर क्या अहमियत है। वो सबका प्यारा क्यों है। क्यों उसके तरफ हर कोई आकर्षित होता है। उसका स्वछन्द सोच विचार ही है। सबको अपने तरफ आकर्षित करता है। ये मायने नहीं रखता है की वो अमीर है या गरीब है। ये भी मायने नहीं रखता है। वो छोटा है या बड़ा है। यहाँ तक की हम कह रहे है। ये भी मायने नहीं रखता है की वो अपना है या पड़ाया है। मायने तो यही रखता है की वो क्या बात रहा है। हम क्या उनसे ज्ञान का अनुशरण कर रहे है। यदि उनकी बाते हमारी मन को छु जाती है। हमारे मन को अच्छी लगती है। जिससे हमें खुशी महशुस होती है। वास्तव में वो ज्ञानी है। जो सबको आकर्षित किये हुए है। इसलिए वे महान है। कभी भी हमें ऐसे व्यक्ति की उसके शारीरिक दशा से नहीं आंका जाना चाहिए। ऐसे ब्यक्ति को ज्ञान से आका जाना चाहिए। जो वास्तव में वो सबको ज्ञान के माध्यम से समझना चाह रहा है। क्यों की वो हमें सिर्फ और सिर्फ ज्ञान हि देते है। हमें उनका अनुसरण भी करना चाहिए। कही न कही किसी न किसी रास्ते पर अक्सर मिलते है। हम अज्ञानवश उनको समझ नहीं पाते है। बाद में पछताना होता है।
अंजान ब्यक्ति के ज्ञान को कैसे समझे?
अंजान ब्यक्ति के ज्ञान में कभी भी किसी अनजान व्यक्ति या कोई चाहे कही भी मिले। उनको तुरंत जवाब नही दीजिये। जब तक की वो पूरी तरीके से अपने बारे में न बता दे। उनकी मंसा क्या है। आपसे मिलाने के कुछ देर बाद बात करने के बाद वो हमें समझ आने लग जायेगा। इससे फायदा ये होगा की वो कोई ज्ञानी है या कोई धूर्त है। कही वो हमें अपने जाल में तो नहीं फ़सा रहा है। इससे एक और फायदा होगा। अपने बारे में उनको पता नहीं लगेगा। और उनकी बातो को हम समझने लगेंगे।
वो वास्तव में क्या है। यदि कोई शंका हो तो उनसे किनारा कर लीजिये। यदि उनकी कोई अच्छी बात अच्छी लगे तो और सुनिए। कोई भी इंसान अपने से मिलेगा। यदि वो लालच भरी बाते कर रहा है। तो उनसे किनारा करे। और अपने रास्ते पर चलते रहिये। कई बार ऐसा होता है। लोग उनके जाल में फस कर अपना बहुत कुछ गवा लेते है।
हाज़िर जवाब बात चित के ज्ञान में क्या है?
हाज़िर जवाब बात चित के ज्ञान में वही तक सही जहाँ हम अच्छी तरह से एक दूसरे को जानते है। जिनके बारे में हमें पूरा पता होता है। और हम एक दूसरे के मनोरंजन के लिए ही हाज़िर जवाब का इस्तेमाल करते है। जरूरी सोच समझ के लिए हमें भी बहुत समझना होता है। क्या सही है। क्या गलत है। ये हम सभी जानते है।
No comments:
Post a Comment