ज्ञान (Knowledge) समाज के लिए क्या सिफारिशें हैं?
समाज (Society) का मतलब क्या है?
पहले ये समझते है। समाज जहा एक संगठन है। जहा पर लोग आपस के मिलते है। समाज में बैठने वाले लोग सकारात्मक सोच के बुद्धिजीवी लोग होते है। वही समाज में बैठते है। जो अछे विचारक हो। जिनके स्वभाव शांत सरल और सजग होते है। कुछ अच्छी बाते करते है। जहा पर हर तबके के लोग पर विचार विमर्स होता है। क्या सही है? क्या गलत है? जो गलत है। उसको कैसे सही करे किस रास्ते से सही करे की वो गलती दूर हो। सबके लिए एक अच्छा माहौल तयार हो।
समाज में ज्ञान (Knowledge) के तौर पर कही किसी के बिच में किसी प्रकार के वाद विवाद होता है
जब आपस में नहीं सुलझ पता है। तब दोनों में से कोई एक पक्ष समाज के बिच आकर अपना बात रखता है। तब समाज के लोग दोनों पक्ष के लोग को बुलवाकर दोनों पछ के बाते सुनते है। क्या सही है? क्या गलत है? दोनों पक्ष को अवगत कराते है। दोनों पक्ष को सही जानकारी देते है। जिससे चल रहे बात विवाद दूर हो और आगे चल कर भविष्य दोनों के बिच किसी भी प्रकार का कोई परेशानी पैदा नही हो।
समाज के ज्ञान (Knowledge) में ज्यादाकर समाज जाती विशेष पर आधारित होता है
जहा पर अपने जाती के हर तबके के लोग का भूमिका होता है। समय समय पर समाज के लोग अपनी अपनी बात को रखने के लिए समाज के सब लोगो को बुलाकर जो जरूरी है। सब अपना अपना बात को रखते है। जाती के लोगो के विकाश के लिए, संगठन को मजबूत करने के लिए सब एकजुट हो कर कार्यरत होते है।
समाज के ज्ञान (Knowledge) में पंचायत को भी एक समाज समझ सकते है
पंचायती समाज जहा एक क्षेत्र,
कसबे, गाँव
के सभी लोगो के लिए होता है। उसको पंचायत कहते है। जिसमे सभी तबके के लोगो के लिए
सामान अधिकार होता है। इसमे कुछ पद भी होते है। जैसे मुखिया, सरपंच, सभा सदस्य, ग्राम सभा सदस्य
इत्यादि। कसबे, गाँव
के विकास के लिए पंचायत सरकार से गुहार लगाकर विकाश के कार्य को पूरा करते है।
जिसका लाभ कसबे, गाँव
के सभी लोगो को मिलता है।
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