पैकिंग मटेरियल कार्टून बॉक्स
पैकिंग मटेरियल में सबसे ज्यादा कार्ड बोर्ड का इस्तेमाल होता है.
रद्दी पेपर को मशीन में रीसायकल करने के बाद ब्राउन पेपर का निर्माण किया जाता है. जिससे कार्टून बनाया जाता है. कार्टून के लिए पेपर के कई तह को गोंड से चिपकाया जाता है. जिसके दो प्लेन पेपर के बिच में धारीदार कोरोगेटेड पेपर लगाये जाते है. कार्टून को रखने वाले वस्तु के आकर और वजन के अनुसार उसकी मोटाई तय की जाती है. नरम या कड़क कार्टून के अनुसार उसमे गोंड की मात्र भी तय की जाती है. जितना ज्यादा गोंड का मात्र होता है कार्टून उतना ही शक्त और मजबूत होता है.
कार्टून बनाने के लिए बड़े बड़े मशीन का उपयोग किया जाता है.
३ तह, ५ तह, ७ तह और जरूरत पड़ने पर इससे भी ज्यादा तह कार्टून बनाने में लगाया जाता है. सभी तह के बिच में गोंड का इस्तेमाल किया जाता है. सरे काम मशीन से किया जाता है. बने हुए पेपर के तह को प्रेस मशीन में चलाकर उसको ठीक से प्रेस किया जाता है. इस दौरान उसमे गर्मी भी प्रबाहित ही जाती ही जिससे पेपर तुरंत चिपक कर और शक्त होकर मशीन से बहार निकले.
कार्टून के कोरोगेटेड पेपर बनाने के लिए कोरोगेशन मशीन में दो रोल होते है.
कार्टून के कोरोगेशनमशीन के दोनों रोल में गियर के जैसा दांत बना होता है. जो लम्बे लम्बे धारी के सामान होता है. दोनों रोल के गियर के बिच से पेपर को इसमे से गुजरने के साथ इसमे थोडा गरमी उत्पन्न होने के लिए विद्युत् पवार से गरम करना पड़ता है. जिससे दुसरे तरफ पेपर कोरोगेतेट हो कर बाहर निकले. मशीन में ही कोरोगेतेट हुए पेपर को रोल किया जाता है. जिससे कार्टून के लिए कोरोगेशनमें कोई प्रभाव नहीं पड़े और पेपर में उत्पन्न हुए गर्मी कुछ और समय तक बरक़रार रहे जिससे पेपर का कोरोगेशनकायदे से हो जाये और लम्बे समय तक कोरोगेशनबना रहे.
कार्टून के कटिंग मशीन में कार्टून के बॉक्स को आकर देना
कार्टून कटिंग मशीन में कार्टून के बॉक्स को आकर के अनुसार कटिंग का काम होता है. जरूरत पड़ने पर लेबल, नाम और सामान के विशेषता की प्रिंटिंग भी की जाती है. जो कई रंग, रूप और चित्र के साथ भी हो सकता है. वो भी मशीन से ही किया जाता है. आकर के अनुसार कार्टून बोर्ड को मशीन कटिंग करता है. मोरने वाले भाग को मोरने के लिए फिर प्रेस मशीन में भेजा जाता है. मोरने वाले भाग के धारी बनया जाता है. जिससे सभी कार्टून एक जैसा बनकर तयार हो जाता है.
कटिंग से बचे हुए बेकार टुकरे को फिर से रीसायकल किया जाता है.
बचे हुए बेकार टुकरे को फिर से रीसायकल कर के कार्ड बोर्ड बनाया जाता है. कोई भी पेपर का बेकार टुकरा फेका नहीं जाता है. बचे हुए पेपर के बेकार टुकरे को रीसायकल किया जाता है जिससे नया पेपर बन कर निकालता है जिसका नये कार्टून बनाने के लिए उपयोग किया जाता है.
फोल्डिंग करने वाले मशीन में कार्टून बनाना
कार्टूनको अंत में बॉक्स का रूप देने के लिए फोल्डिंग मशीन में भेजा जाता है. जिससे बॉक्स आकर के अनुसार मुड़ कर बॉक्स बन जाता है. जरूरत के अनुसार बॉक्स बनाने में चपटी पिन वाला मशीनी स्टेपलर का उपयोग किया जाता है या ब्राउन टेप या सादे टेप से भी मशीन बॉक्स के निचले भाग को चिपका कर बॉक्स बनाकर बहार निकलता है.
कंप्यूटकृत मशीनी युग के चमत्कार से कार्टून बॉक्स बनाना हुआ आसान
सभी मशीनी काम स्वचालित और कंप्यूटकृत होते है. जिसे कंप्यूटर के सॉफ्टवेयर से किया जाता है. जैसा कार्य करना वैसा प्रोगामिंग किया जाता है.
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