ज्ञान (Knowledge) के पार्क में संपत्ति खरीदने के क्या फायदे हैं
ज्ञान (Knowledge) के रमना में संपत्ति वास्तविक है की सुहावना होना चाहिए
ज्ञान के पार्क है। तो रमना मन मोहक भी होना चाहिए। फूलो के बाग़ में है तो खुशबूदार भी होना चाहिए। फलो के बाग़ में है तो मीठा रसीले भी फल भी खाने को मिलाना चाहिए। बगीचे में पेड़ पौधे झाड़ पतवार होना लाजमी है। दूर से खुबसुरत भी दिखे दिखावा अच्छा होना चाहिए। बाग़ में बागवान भी होना चाहिए।
ज्ञान (Knowledge) के पार्क में तो सब उपलध है
ज्ञान के नजरिये से जीवन को देखे तो अच्छा दिखने के लिए सबसे पहले मन, कर्म, वचन से सकारात्मक जरूर होना चाहिए। मन शीतल और मोहक होगा तो खुशबूदार अपने आप हो जायेगा। मन को शीतल करने के लिए जितने भी कूड़ा कड़कत मन में है निकल फेके। नाही तो यही झाड़ और पतवार बन जायेंगे। इसलिए झाड़ और पतवार को हमेशा साफ़ करते रहिये। ताकि ज्ञान के पार्क में पेड़ पौधे ठीक से उग सके। मन की शीतलता ज्ञान को सिचता है। जिससे मन आकर्षक होता है। खुशबूदार फुल कि तरह सबके बिच आकर्षण का केंद्र बनता है। ऐसे ब्यक्ति के ज्ञान, सोच समझ, विवेक बुध्दि से निकले ज्ञान मीठे रसीले फल की तरह उपयुक्त और फायदेमंद ही होते है। ऐसे ज्ञान के पार्क के बागवान निष्ठावान ब्यक्ति ही होते है।
जीवन का ज्ञान (Knowledge) अच्छाई के लिए ही होना चाहिए।
संसार में हरेक वस्तु को ख़रीदा जा सकता है। प्राकृतिक देन को कभी खरीद नहीं सकते है। ज्ञान, कल्पना, सोच, समझ, बुध्दी विवेक ये सभी
प्रकृति के देन है। इसको सजगता, सहजता, नम्रता, स्वभाव से जीवन में स्थापित किया जाता है। संसार का कोई भी कीमत इसका लगा ले और प्राकृतिक गुण को खरीद
ले। ऐसा कोई हो तो हमें भी बताये। हम भी बहूत उत्सुक है। ज्ञान
रूपी ये गुण अब बाज़ार में मिल रहे है। इसलिए ज्ञान के पार्क
में संपत्ति खरीदने का मेरे नजर में कोई सवाल ही नहीं है। पर ज्ञान के पार्क में संपत्ति
को अपने जीवन में स्थापित कर सकते है।